Wednesday, October 27, 2010

..नारी..

नित नया संघर्ष....
समस्याओं का उत्कर्ष...
संवेदनाओं का समायोजन...
यही है जीवन...!!
आशंकित आँखों से...
अपने ही अस्तित्व को..
खोजता यौवन...
यही है जीवन...!!
निराधार तथ्य...
डगमगाते सम्बन्ध...
न्योछावर...तन-मन.
यही है जीवन...!!!